टेड़े-मेढे दांतों को सीधा करने के लिए डेंटल ब्रेसेस उपचार का उपयोग किए जाता है | सीधे दांत दिखने में जितने अच्छे लगते है, उतना ही इनकी सफाई करने में आसानी होती है और इसके साथ ही आपकी सूंदर और मनभावना मुस्कान से आपके व्यक्तित्व पर निखार आ जाता है | यदि आप में से कोई भी व्यक्ति डेंटल ब्रेसेस उपचार करवाना चाहता है तो इसके लिए आप डॉक्टर ज्योति मित्तल से परामर्श कर सकते है | डेंटल ब्रसेस उपचार और लागत के बारे में जानने के लिए आज ही एसएचए डेंटल क्लिनिक की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं और अपनी नियुक्ति की बुकिंग करवाएं | आइये जानते है क्या होता है डेंटल ब्रेसेस :-
डेंटल ब्रेसेस क्या होता है ?
डेंटल ब्रेसेस का इस्तेमाल दांतों को सही आकार और संरचना देने के लिए किया जाता है | यह एक तरह का ऑर्थोडॉन्टिक उपकरण होता है जो दांतों के खराब होने और टेड़े-मेढे होने की स्थिति को ठीक करने में मदद करता है, जिनमें शमिल है गंदे दांत, ओवेरजेट, ओवरबाइट, आदि | मरीज़ की ज़रुरत, बजट, सौंदर्य संबंधी प्राथमिकताओं आदि के आधार पर ही कई तरह के ट्रांसप्लांट उपचार किया जाता है और इसमें से किसी भी उपचार की तकनिकी को मरीज़ खुद से चुन सकता है | मेटल ब्रसेस आमतौर पर मानक की तरह होते है, लेकिन आजकल भाषाई ब्रेसेस और सिरेमिक ब्रेसेस भी अब मानक बन गए है |
हालांकि डेंटल उपचार लगभग 12 से 24 महीने तक चल सकता है | इस समय के दौरान मरीज़ को ब्रेसेस के समायोजन के लिए महीने के 1 से 2 बार डेंटिस्ट के पास ज़रूर जाना चाहिए | मरीज़ के गंभीर भीड़भाड़ या फिर दांतों के बीच बने गैप को डेंटल ब्रेसेस मिसलिगंमेंट ठीक कर सकता है |
डेंटल ब्रेसेस उपचार में क्या किया जाता है ?
डेंटल ब्रेसेस उपचार के लिए सर्जन सबसे पहले चरण में मरीज़ के दांतों की स्थिति का मूल्यांकन करता है और दांतों में मौजूद किसी भी तरह के गुहा और मसूड़ों का इलाज करता है | एक बार इन समस्यों का इलाज करने के बाद, सर्जन दांतों में आवश्यक सुधार लाने के लिए निर्धारित मात्रा में सेलोग्राम, ओपीजी, बिटविंग और ओसीसीप्लस एक्स-रे जैसे रेडिओग्राफी से परीक्षण करता है | यदि मरीज़ के जबड़े को विस्तार करने के लिए जबड़े की सर्जरी की ज़रुरत पड़ती है तो सर्जन इसके उपचार योजना में एकीकृत करता है |
इसके बाद फिर ब्रैकेट और जॉ स्पेसर्स को मुंह में फिट कर दिया जाता है | जो स्पेसर्स दांतों के बीच तारों और इलास्टिक्स के लिए जगह बनाने में मदद करता है | तारों को कोष्ठक रखने के बाद अधिकांश मरीज़ को महीने के केवल एक बार डेंटिस्ट से मिलने की ज़रुरत पड़ती है | ब्रेसेस के लिए प्रारंभिक समायोजन अवधि लगभग 3 सप्ताह तक की होती है | एक बार उपचार होने के बाद, मरीज़ को ब्रेसेस को हटाने योग्य अनुचर पहनना होता है, जिससे यह ब्रेसेस उपचार परिणाम को संरक्षित करने में मदद करने के लिए एक निश्चित अनुचर प्राप्त होता है |
डेंटल ब्रेसेस उपचार की तैयारी कैसे करें ?
डेंटल ब्रेसेस को लगवाने के लिए, पहले निम्नलिखित बातों का ध्यान देना बेहद ज़रूरी होता है :-
- दांतों की सफाई और अच्छे से जांच करवाएं |
- दांतों से जुड़ी कोई समस्या, जैसे की कैविटी और मसूड़ों की बीमारी का इलाज करवाएं |
- अपने दांतों की फोटो ले |
- अपने रोज़ाना खानपान और मौखिक स्वास्थ्य के दिनाचार्य में बदलाव करें |
- अपने दंत चिकित्सक से पूछे कि डेंटल ब्रेसेस को लगवाने से पहले किसी प्रकार के उपचार की ज़रुरत तो नहीं |
- अपने डेंटिस्ट को किसी भी तरह के पुरानी बीमारी के बारे में बताएं |
डेंटल ब्रेसेस उपचार के बाद क्या करें ?
डेंटल ब्रेसेस को लगवाने के बाद निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना ज़रूर दें :-
- ब्रेसेस को लगवाने के बाद आपको एक विशेष प्रकार के टूथब्रश की ज़रुरत पड़ सकती है |
- दांतों की सफाई के लिए मुलायम ब्रिसल वाले टूथब्रश और फ्लोराइड टूथपेस्ट का इस्तेमाल करें |
- दिन में कम से कम दो बार ब्रश ज़रूर करें |
- अपने दांतों के बीच और ब्रेसेस के आसपास दिने में एक बार सफाई और फ्लॉस ज़रूर करें |
- कठोर, चिपचिपे और मीठे पदार्थ का सेवन करने से बचें |
- महीने में एक बार डेंटिस्ट के लॉस जाकर अपने दांतों की सफाई ज़रूर करवाएं |
यदि आप डेंटल ब्रेसेस लगवाने का विचार कर रहे है तो इसके लिए आप डॉक्टर ज्योति मित्तल से मिल सकते है | डॉक्टर ज्योति मित्तल पंजाब के बेहतरीन ओरल एंड मैक्सिलोफासिअल सर्जन में से एक है, जो पिछले 13 वर्षों से पीड़ित मरीज़ों का सटीकता से इलाज कर रही है | इसलिए परामर्श के लिए आज ही एसएचए डेंटल क्लिनिक की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं और अपनी नियुक्ति को बुक करें | इसके अलावा आप वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से सीधा संस्था से संपर्क कर अपने नियुक्ति की बुकिंग करवा सकते है |